धनुष – चाप, धनु, कार्मुक, कमान, शरासन, कोदंड, विशिखासन। चिन्ता – ध्यान, फिक्र, सोच, परवाह, विचार, अधीरता, रंज, दुःख, शोक व्यथा। मेरा विचार तो ये है कि जब भी अवसर मिले इनका प्रयोग अपने लेखन-कौशल को बढ़ाने के लिए करते रहना चाहिए. धोखा – छल, भुलावा, भ्रम, संदेह, कपट, धूर्तता, https://hanness537luq3.blogozz.com/profile