भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, https://elliotyeivu.nico-wiki.com/921133/shiv_chalisa_lyrics_bhakti_bharat_can_be_fun_for_anyone