1

Not known Factual Statements About hanuman chalisa

News Discuss 
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मन मुकुर सुधारि। व्याख्या – मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन–रात्रि में चारों युग आते–जाते रहते हैं। इसकी अनुभूति श्री हनुमान जी के द्वारा ही होती है। अथवा जागृति, स्वप्न, सुषुप्ति एवं तुरीय चारों अवस्थाओं में भी आप ही द्रष्टारूप से सदैव उपस्थित रहते हैं। jaladhiJaladhiOcean https://mohamede063ihe8.blogdanica.com/profile

Comments

    No HTML

    HTML is disabled


Who Upvoted this Story