भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं। – a retelling from the Ramayana during the Devanagari vernacular is considered as one of his finest operate. Several assert that https://cesari429fkp3.blgwiki.com/user